सब कुछ वैसा ही है मग़र इक तू पास नहीं है।
अब में जल्दी सो जाता हूं।
क्योंकि जागने की वज़ह और जस्बात नहीं है।
Shah Talib Ahmed
सब कुछ वैसा ही है मग़र इक तू पास नहीं है।
अब में जल्दी सो जाता हूं।
क्योंकि जागने की वज़ह और जस्बात नहीं है।
Shah Talib Ahmed
Thanxxx