मुझे कोई अफ़सोस नहीं की,
मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था।
मैं उस वक़्त भी मुस्कुरायी,
जब मुझे रोना चाहिए था।
अफ़सोस क्या उस बात का,
जब जीत का जूनून दिल में पल रहा हो,
जीत का ज़ज़्बा दिल में उमड़ रहा हो।
मुझे कोई अफ़सोस नहीं की,
मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था।