अपने टूटे दिल का किस्सा किसे सुनाऊ मैं ,
किस पर अपना एतबार जताऊ मैं ,
तेरे जाने वे बात अब किस्से अपना बताऊ मैं ,
अपनी हर छोटी से छोटी परेसानी और छोटी से छोटी ख़ुशी बताता था अब किसे ये बताऊ मैं ,
तेरे लिए सुबह जल्दी उठ कर तैयार हो कर गांव से अपने मिलने आता था अब किसके लिए जल्दी उठ जाऊ मैं ,
जब तुम देर स लगाती थे आने में तो इंतज़ार करता रहता था तुम्हारा अब किसके इंतज़ार में समय बिताऊं मैं,
तेरे साथ बैठ कर हँसी मजाक में जो समय बिताता था अब वो समय किसके साथ बिताऊँ मैं ,
जब परेशान होता था तो गले लगाकर तुझे दो पल चैन मिलता था तो अब परेशान होने पैर किसको गले लागूऊ मैं ,
अब तू ही बता अब किसको अपना बनाऊ मैं ,अब किस पर पाना एतबार जटाउं मैं,अब तू ही बता।
@Akash_Rohilla
:-adhurimahobat