बहुत दिनों बाद तेरी याद आई है ,
आज फिर इस महफिल में जान आई है ।
दोस्तो के साथ ही तो जीता हूं जिंदगी ,
आज फिर से तेरी याद आई है ।
थोड़ा अंदाज़ अलग है हमारी दोस्ती का ,
जब देखो एक दूसरे से भिड़े रहते है ।
पर ये न समझना कोई तकरार है ,
ये तो हमारा प्यार है जो सबसे अनजान है ।
स्कूलों में हम लंच यूहीं बाट खाते थे ,
एक साथ बैठकर गप्पे लड़ाते थे ।
टीचर भी था हमसे परेशान ,
एक साथ डांट भी खाते थे ।
तेरे साथ बिताए वो हर पल याद आता है ,
तू मेरा दोस्त है , जो आज भी साथ निभाता है ।
अब तू बिछड़ तो गया है ,
लेकिन अफसोस नहीं करता ।
तेरी कामयाबी को रोक लूं ,
ये मेरा जी भी नहीं करता ।
यादे बड़े अनमोल है हमारी ,
तेरे साथ ही मेरी सारी कहानी ।
तुझसे ना कहूं तो किस्से कहूं ,
तेरे बिना बड़ी बेरुख जिंदगी हमारी ।