मैं कुछ न कहूं तो अच्छा है, मैं चुप ही रहूं तो अच्छा है,
प्यार कितना है तुमसे ये बार-बार बताया रहा हूं मैं,
और अब अगर खामोश ही रहूं तो अच्छा है,
मैं कुछ ना कहूँ तो अच्छा है, मैं चुप ही रहूं तो अच्छा है,
एक तुम्हारे लिए मैं रात रात भर जागा करता था,
जब अब तुं दुर चली गई है मुझसे तो शायद जल्दी सो जाना ही अच्छा है,
मैं ग़र कुछ ना कहूँ तो अच्छा है,मैं चुप ही रहूं तो अच्छा है,
तेरे msg का हर वक्त इंतजार रहता था, हमेशा मेरी आंखों में तेरे लिए प्यार रहता था,
वो प्यार ग़र नफरत में बदल जाए तो अच्छा है,
मैं ग़र कुछ ना कहूँ तो अच्छा है, मैं चुप ही रहूं तो अच्छा है,
भुला तो नहीं पाऊंगा तुम्हें क्योंकि इश्क के मामले में दिल थोड़ा कच्चा है,
मैं ग़र अब चुप ही रहूं तो अच्छा है ॥
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Nice one
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Bhut khoob…!!
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Thank you
Thank you