एकतरफा मोहबत ~ तेरी मेरी कहानी…।
आज याद आरहा है वो दिन जब पहली बार तुमसे नजरे टकराई थी,
मुझे तब ही लग गया था तुम ही मेरी आरज़ू हो।
मैं दुनिया मे एक मस्त मोला इंसान,
तुम खुशबू की तरह सुघन्दित सी।
में आवारगी का परिंदा था,
तो तुम खुशियो की मूरत थी।।
तेरे साथ बिताया वो लम्हा,
जब हम-तुम ‘Dining Table’ पर बैठे थे,
तब तेरी पहली नज़र से हमे मोहबत हुई और
तब ही लगा कि जन्नत की कोई कहानी देख रहा हूँ।।
तुम्हारी कहानी थोड़ी अलग थी,
तुम दिल में राज़ दफन कर भी मुस्कुराने की कोशिश करती थी।
हां, दिल तोड़ा था किसी ने तुम्हारा, पर लगा कि मैं उस दिल को अपना बना लू।
सुकून से कट रहा था जीवन मेरा,
पर जबसे तुम आयी सब कुछ बदल सा गया था।।
तुम धीरे-धीरे मेरी रूह में शामिल होने लगी थी,
तुम्हारी आँखों मे मैने अपना घर बना लिया था।।
कह दिया था तुमने मोहबत की कोई गुंजाइश नही,
पर में पागल उम्मीद का हाथ पकड़ के बैठ गया।
ये देख ही नई पाया तुम्हें क्या नही भाया।
जिंदगी में बहुत कुछ देखा पर,
तुमसा हँसी ना देखा ,
तुमसा हँसी ना पाया।
तुम्हारी मूरत सबसे अजीज थी
और मुझे आवारा से एक ‘आदमी’ बना गयी।
जब पहली बार तुमने बाहो में थामा था,
यू लगा कैद करलू अपने आग़ोश में।
मैं हमेशा तुम्हारा वो सुकून बनना चाहता था,
जो तुम्हे सारी बालाओ से बचा लेता।
वो दिन मेरे जीवन का सबसे खुशनुमा पल बनगया था,
और उसके बाद सिलसिला शुरू हुआ ,
अनदेखी मुलाक़ातों का,
बेशुमार मोहबत का,
उनकही बातो का,
बेनाम सा रिश्ता था हमारा,
ना कुछ पाने की ख्वाईश थी,
ना कुछ खोने का डर।
तुम खूबसूरत किताब थी मेरे लिये,
जिसके हर पन्ने ले लिखी थी मोहबत।
एक पल और याद आरहा हैं,
जब तुम छत पर मेरी बाहो में छिप जाया करती थी,
जब घर में जाने से पहले कुछ पल मेरे नाम कर जाति थी।
हां… अब यू लगता हैं “यही प्यार है।”
अब मैं हर वो कोशिश करता जो तुम्हे मेरे करीब लाती,
तुम्हारी एक मुस्कान के ख़ातिर दुनिया से भी बगावत करदी।
तुम नही चाहती थी ये सब,
फिर भी तुम्हारे दामन में बिछा दिए गुलाब के फूल।
मैं भी कितना पागल था,
तुम्हे खो ना दू इसलिये कर बेठा नादानियां।
पर अब याद आता है वो लम्हे जो तुम्हारे संग गुज़रे थे… वासना से दूर मेरे दिल ने सर्फ तुम्हे चाहा था।
वो प्यार से तुम्हे बाहो में भरना,
तुम्हारे करीब आकर दुनिया भूला देना… वो अहसास था सबसे खास।।
माना मैने करी गलतिया पर,
इतना दूर जाने का तुम्हे भी हक़ नही।
दूर भी इतना हो कि पास नही ला सकता,
और दिल के इतना करीब की चाहकर भी खो नही सकता।।
~Wordsbyritti
Dedicated to one of my friend. I can feel his love and pain.
Don’t cry because it’s over., Smile because it happened.
You deserve someone better so, be happy and welcome new things.