यह कहानी है उन दो लोगो की जो एक शादी में मिले। मैं अनोखी शहर में रहने वाली अपने गांव दादी के पास आयी हूं। मेरे बड़े पापा की लड़की की शादी है। सभी मेहमान आये है। मेरे बड़े जीजू मुझे घूमने चलने को कह रहे है हम बाजार आए है तभी जीजू का फोन बजा मेरे पूछने पर कि फोन किसका है जवाब में आया कि भाई का है घर पर इंतज़ार कर रहा है जीजू से पता चला कि जीजू का भाई भी शादी में आया है। घर पहुंचते ही जीजू कमरे में गए और उनके पीछे पीछे में भी यहा से हुई हमारी कहानी की शुरुआत अनोखी और अनुज कि कहानी मेरे उस कमरे में जाते ही जैसे आंखे टेहर गई उस पर एक अनजान इंसान इतना अच्छा लग सकता है, कभी सोचा ना था मै उससे ही आंखे चुरा कर उससे ही देखे जा रही हूं। आज से पहले सिर्फ सुना था पहेली नजर का प्यार पर आज कुछ वैसा ही मेहसू कर रही हूं मेरी बेहने उससे मज़ाक कर रही है मुझे अच्छा नहीं लग रहा है। कोई बुला रहा है, क्यू जाना पड़ रहा है यहां से काश थोड़ी और देर देख पाऊ उससे पर जाना पड़ेगा शायद मै वहां से चली गई। रात में मैने मेरी बेहेन को सब साफ़ साफ़ बता दिया जो हुआ और मेरे दिल में जो बाते चल रही है। मुझे नहीं पता में उससे अपने दिल की बाते बता पऊंगी या नहीं पर पहेली बार कुछ ऐसा महसूस किया जो पहले कभी नी हुआ है जैसे जैसे शादी के दिन कटते जा रहे है मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही है क्या होगा आगे क्या में उससे सब बता पाऊंगी या हम दोनों अपने अपने राहो में कहीं खो जायेंगे| ये सब तो नहीं पता पर इस कहानी की ये सिर्फ शुरूआत है और अंत बहुत बुरा।
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Interesting Keep writing…
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Nice!
Waiting for the next one!
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Read the next in my profile I hope u like that one also and as soon the next part is also posted hope soo…
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Nice one…
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waiting for it…
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Thnku so much must read the next part also
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It’s already uploded sir u should read it…
pyara💥
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Thnku so much to give such love do must read the next 2 part also which is already uploaded
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